05-09-2020

05-09-2020 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – इस बेहद के नाटक में तुम आत्माओं को अपना-अपना पार्ट मिला हुआ है, अभी तुम्हें यह शरीर रूपी कपड़े उतार घर जाना है, फिर नये राज्य में आना है” प्रश्नः- बाप कोई भी कार्य प्रेरणा से नहीं करते, उनका अवतरण होता है, यह किस बात से … Continue reading 05-09-2020